Great Treasures: 5 महान खजाने दुनिया के शक्तिशाली राजाओं और सम्राटों की असली ताकत उनके खजाने थे। आज भी यही प्रथा कायम है कि देश आर्थिक रूप से जितना मजबूत होता है, दुनिया में उसकी उतनी ही चर्चा होती है। आज मुद्रा शक्तिशाली है, पहले राजा-महाराजाओं की तिजोरी में अनगिनत सोना, चांदी, हीरा, जवाहरात और रत्न हुआ करते थे। तब ज्यादातर हमले या लूटपाट इन खजानों पर कब्जा करने के लिए ही की जाती थी। समय बीतने के साथ कई खजाने रहस्य बन गए।
दुनिया भर में दर्जनों ऐसे अपार खजानों का जिक्र मिलता है, जो गायब हो गए और रहस्य बन गए। लेकिन, आज हम ऐसे ही 5 बड़े खजानों की बात करेंगे जो या तो समुद्र में डूब गए या फिर रेगिस्तान में कहीं खो गए और कहानियों में बदल गए। खोजकर्ताओं ने अपना पूरा जीवन ऐसे खजानों को खोजने में लगा दिया। वहीं खोजकर्ताओं की कई पीढ़ियां एक के बाद एक खजाने की खोज में लगी रहीं। दरअसल, इन विलुप्त हो चुके खजानों से जुड़ी कहानियां ऐसी थीं कि लोग इनकी तलाश में पागल हो जाते थे।
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ईसाई धर्म का सबसे बड़ा खजाना
वाचा का सन्दूक ईसाई धर्म का सबसे बड़ा खजाना था। कहा जाता है कि यह खजाना एक बड़े डिब्बे में भरा हुआ है। इसके बारे में कहा जाता है कि यह प्राचीन इस्राएल के लिए मूसा की मदद से सिनाई पर्वत पर खुद भगवान द्वारा बनाई गई पृथ्वी की सबसे पवित्र वस्तु थी। लकड़ी के हत्थे का एक जोड़ा और मेहराब के ऊपर सोने के दो करूब शुद्ध सोने के बने थे। इसके बारे में प्रचलित है कि इसे कसदियों ने 607 ईसा पूर्व में लूट लिया था। अब बाद में इस खजाने का क्या हुआ ये कोई नहीं जानता। वहीं, पेरू के वायसराय ने युद्ध के बीच 1820 में लिमिया का खजाना मैक्सिको भेजा था। यह खजाना 11 जहाजों में लदा हुआ था। रास्ते में लुटेरों ने इसे लूट लिया। 18 अरब रुपए से ज्यादा के इस खजाने की कई बार तलाश की गई, लेकिन पता नहीं चला।
मेक्सिको में 16 टन सोना दबा है
अरबपति लियोन ट्रैबुको ने अपना 16 टन सोना साल 1930 में मेक्सिको के रेगिस्तान में गाड़ दिया था। कीमत बढ़ने पर लियोन ने इस सोने को बेचने के लिए खरीदा था। हालांकि, मैक्सिको द्वारा सोने की बिक्री पर प्रतिबंध लगाने के बाद लियोन का अपने खजाने से मुनाफा कमाने का सपना पूरा नहीं हुआ। कुछ साल बाद, लियोन और उसके साथी की मृत्यु हो गई। मैक्सिको समेत कई देशों ने इस सोने को खोजने की कई बार कोशिश की, लेकिन ये नहीं मिला.
दूसरे विश्व युद्ध में डूबा खजाना
सेंट पीटर्सबर्ग में एम्बर रूम को दुनिया का आठवां अजूबा कहा जा सकता है। रूस और जर्मनी की पेंटिंग्स से सजे इस कमरे में 6 टन सोने की परत चढ़ाई गई थी. उसमें कीमती पत्थर भी जड़े हुए थे। रूस और प्रशिया के बीच शांति समझौते के बाद 1716 में पीटर द ग्रेट को यह कमरा भेंट किया गया था। जर्मन नाजियों ने द्वितीय विश्व युद्ध के दौरान समुद्री मार्ग से उसमें जड़े सोने और कीमती पत्थरों को अपने देश ले जाने की कोशिश की थी। कहा जाता है कि यह खजाना रास्ते में समुद्र में कहीं डूब गया था। हालांकि कुछ लोगों का कहना है कि यह खजाना अब भी जर्मनी में कहीं है।
नॉर्थ कैरोलिना में मिला 62 अरब का खजाना
एडवर्ड टीच को इतिहास में ब्लैकबर्ड्स के नाम से भी पहचाना जाता है. ब्लैकबर्ड्स एक समुद्री लुटेरा था. वह वेस्टइंडीज और नॉर्थ अमेरिका के इलाकों में लूटपाट करता था. उसने साल 1718 में फ्रांस के एक कारोबारी के जहाज को लूटा था. कहा जाता है कि उस जहाज पर 62 अरब रुपये के खजाने की लूट हुई. इसे एडवर्ड टीच ने कहीं छुपा दिया. इसकी काफी खोज की गई, लेकिन लंबे समय तक ये रहस्य ही बना रहा. लूट के करीब 300 साल बाद ये खजाना 1996 में नॉर्थ कैरोलिना के पास ब्यूजफोटे में मिला.