GMKPM: पत्रलेखा, विराट और विनायक को हंसते हुए देखकर सई

मौसी से कहती है कि उनकी जिंदगी में उनकी कोई जगह 

नहीं है। सई कहती हैं, पत्रलेखा उस घर की बहू है। हर

कोई उससे प्यार करता है। उनका कहना है कि वह उस

परिवार के लिए समस्या नहीं बनना चाहतीं। सई विराट और

पत्रलेखा की बातें सुनती है। विराट पत्रलेखा से सॉरी

कहता हैं कि वह जन्मदिन भूल गया। पाखी का कहना है

कि जन्मदिन हर साल आता है, यह कोई बड़ी बात नहीं है।

इस पर विराट कहता हैं कि तुम बहुत अच्छी 

हो गए हो। वह उसका धन्यवाद भी करता है।